मोहोबत करने का किया खूब सिला पाया
मोहोबत करने का किया खूब सिला पाया


मोहोबत करने का किया खूब सिला पाया खुवाइशे पूरी करते उसकी अपना सब गवाया;

राह ऐ मंजिल पर चलते रहे दीदार को उसके इतना दूर निकल आया घर पीछे छोड़ आया;

रीत है ज़माने की ठोकर मरती दिलवालो को जिसने है दिल लगाया उसने है धोखा खाया;

उसकी याद आयी तो दिल मैं सवाल उठा  शिकवे कोई न थे फिर भी उसने भूलाया;

क़फ़स ऐ तन्हाई मैं ज़िन्दगी फस गयी रातो को अक्सर याद मैं आंसू बहाया ;




tag-
hindi shayari collection
hindi shayari sad
hindi shayari love
hindi shayari love sad